Dashboard >> Viewing Blog Article... |
« Previous |
Next » |
|
|
|
मथुरा में होली की धूम .... |
|
मथुरा के ब्रज के मंदिरों में एक पखवाडे़ पहले से ही होली की धूम मची हुई है। द्वारकाधीश मंदिर हो या श्रीकृष्ण जन्मस्थान, गोवर्धन का दानघाटी मंदिर हो या मुकुट मुखारबिन्द मंदिर, नन्द गाँव के मंदिर हों या बरसाना के मंदिर सभी जगह होली ही होली है।
राजभोग के समय जब यहाँ की होली शुरू होती है तो मंदिर के गर्भगृह से गुलाल की वर्षा के साथ हुरिहार तो मस्ती में आ ही जाते हैं, दर्शनार्थी भी अपने पैरों पर नियंत्रण नहीं कर पाते और होली गायन के साथ नृत्य शुरू हो जाता है।
`मैं तो सोय रही सपने में मोपै रंग डारौ नंदलाला` उधर श्रीकृष्ण जन्मस्थान के केशवदेव मंदिर में ब्रज के विभिन्न नृत्यों के साथ नित्य सुबह होली गायन हो रहा है। गोपियाँ जब सिर पर सात-सात घडे़ रखकर तेजी से नृत्य करती हैं और रसिया के स्वर गूंजते हैं.. `मैं होली कैसे खेलूँ री जा सांवरिया के संग।` इस भव्य नृत्य को देखकर दर्शक भी झूम जाते हैं। |
|
Originally Written/Posted By : Amit Sharma |
|
Posted on: 2010-02-17 |
|
Total Comments on this Blog : 0 |
+ Add Comments |
|
|
|
|
|
|
|
|
+ Add Comments |
|
|
|
|